Madhu varma

Add To collaction

लेखनी कविता - मैडम - बालस्वरूप राही

मैडम / बालस्वरूप राही


मैडम तो है सीधी-सादी
लेकिन बच्चे नटखट हैं।

बड़े प्यार के साथ पड़ाती,
सब को खेल खिलाती हैं।

खेल-खेल में तरह-तरह की,
बातें हमें सिखाती हैं।

पकड़-पकड़ कर बिठलाती जब,
बच्चे करते खट-पट हैं।

मैडम तो हैं सीडी-सादी,
लेकिन बच्चे नटखट हैं।

   0
0 Comments